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इंडिया गठबंधन को लिखे पत्र में खड़गे ने कहा- यह लोकतंत्र और संविधान बचने का चुनाव!

 07 May 2024

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इंडिया गठबंधन के दलों को एक पत्र लिखा है। मंगलवार को लिखे गए पत्र में उन्होंने कहा 2024 का लोकसभा चुनाव लोकतंत्र और संविधान बचाने का चुनाव है। खड़गे ने अपने पत्र में चुनाव आयोग को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जैसा कि आप हालिया घटनाक्रम से अवगत हैं, कि भारतीय चुनाव आयोग की विश्वसनीयता अब तक के सबसे निचले स्तर पर है। शायद इतिहास में पहली बार, लोकसभा चुनाव के पहले और दूसरे चरण के अंतिम मतदान प्रतिशत जारी करने में देर से जारी हुए।



चुनाव आयोग से पूछें

 

सवाल मल्लिकार्जुन खड़गे कहा कि पहले और दूसरे चरण के लिए अंतिम मतदान प्रतिशत जारी करने में अत्यधिक देरी आंकड़े की गुणवत्ता पर गंभीर संदेह पैदा करती है। मैंने अपने 52 वर्षों के चुनावी जीवन में चुनाव आयोग की इस तरह की गलती कभी नहीं देखीं। पहले मतदान के कुछ घंटों के बाद ही आंकड़े जारी कर दिए जाते थे। इसको लेकर इंडिया गठबंधन को चुनाव आयोग से सवाल पूछना चाहिए-


  • 30 अप्रैल 2024 को चुनाव आयोग ने 2024 लोकसभा चुनाव के पहले 2 चरणों के लिए अंतिम मतदान से जुड़े आंकड़े जारी किए। पहले चरण के 11 दिन और दूसरे चरणों के 4 दिन बाद आंकड़े जारी किए गए। इस संबंध में चुनाव आयोग से हमारा सवाल है चुनाव आयोग ने आंकड़े देरी से क्यों जारी किए?
  • इससे पहले चुनाव आयोग ने मतदान के 24 घंटे के भीतर मतदान के आंकड़े जारी किया करता था। लेकिन इस बार यह बदलाव क्यों हुआ? राजनीतिक दलों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं द्वारा बार-बार सवाल उठाए जाने के बावजूद चुनाव आयोग ने अभी तक कोई स्पष्टीकरण क्यों नहीं दिया? क्या ईवीएम में कोई समस्या है?
  • पहले चरण के 102 सीटों के लिए हुए मतदान प्रतिशत 60 प्रतिशत था और दूसरे चरण की 88 सीटों का मतदान प्रतिशत 60.96 जो मीडिया ने दिखाया। लेकिन जब चुनाव आयोग ने आंकड़े जारी किये तो पहले चरण का प्रतिशत 66.14 और दूसरे चरण के लिए 66.71 प्रतिशत हो गया। ऐसे कैसे हुआ कि मीडिया में कुछ और दिया जाता है और चुनाव आयोग कुछ और दिखता है। हम चुनाव आयोग से पूछते है कि मतदान प्रतिशत में वृद्धि कैसे हुई?
  • कुछ मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, अगले चरणों की अंतिम पंजीकृत मतदाता सूची अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है? क्या चुनाव आयोजित करने में बुनियादी बातों में इस घोर कुप्रबंधन के लिए चुनाव आयोग इसकी जवाबदेही लेगा?


खड़गे ने लिखा कि हम सभी जानते हैं कि पहले दो चरणों के मतदान बाद प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी घबरा चुकी हैं। पूरा देश पूरा देश जानता है कि सत्ता के नशे में चूर एक निरंकुश शासन कुर्सी पर बने रहने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।